भगवद गीता श्लोक 2.41 का रहस्य: एकनिष्ठ बुद्धि, आत्म-विकास और लक्ष्य प्राप्ति का मार्ग
भगवद गीता श्लोक 2.41: जब मन भटकता है और लक्ष्य खो जाता है भूमिका: जब मन भटकता है जीवन में ऐसे मोड़ अक्सर आते हैं जब हम यह तय नहीं कर पाते कि सही दिशा क्या है। कभी करियर, कभी रिश्ते, कभी आत्म-संदेह — हर तरफ शोर सा होता है। ऐसे में मन का भटकना … Read more